Rajani katare

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डायरी ---- भाग - 1 शुरुआत

लेखनी डायरी चैलेंज
दिनांक 17/12/21
विषय- शुरुआत

"वीणा पाणि माँ सरस्वती"

है माँ वीणा पाणि सरस्वती,
है माँ वीणा पाणि सरस्वती,

ज्ञान का सागर हो मैया तुम,
विद्या बुद्धि का भंडार हो तुम,
मेरे अन्तर्मन में ज्योति जगा दो,
है माँ वीणा पाणि.....

श्वेत वस्त्र धारिणी हो माँ,
श्वेत कमल विराजती हो माँ,
मेरे अंतस में ज्ञान दीप जलादो,
है माँ वीणा पाणि.....

करते हैं माँ पूजा वंदन,
करते नमन माँ तुमको,
मन मंदिर को रौशन कर दो,
है माँ वीणा पाणि.....

श्रद्धा से हम शीष नवाते,
विनय सुन लो कल्याणी,
अब तो हम पर कृपा कर दो,
है माँ वीणा पाणि.....

शत शत वंदन करते माँ,
गुणगान सदा ही तेरा करते,
अब तो माँ दर्शन दे दो,
वीणा पाणि,
है माँ वीणा पाणि....।
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         "शुरुआत क्या करें"

शुरुआत हम, क्या करें जनाब,
आती जाती, सर्द हवाएं,
दे रहीं हैं कुछ, पैगाम नया,
मुस्कुराकर ,स्वागत करें जनाब,

बीते वर्ष में, क्या हुआ जनाब,
हलाकान कितना किया,
इस मुद्दे को, छोड़ो यारों,
नये सिरे से, जिंदगी जियो जनाब,

मुश्किलें तो, आती जाती जनाब,
वो तो हिस्सा हैं, जीवन का,
मुश्किलों से, क्या घबराना,
मिली जिंदगी,जीना तो है जनाब,

आदाब अर्ज आपसे, करते जनाब,
बीती ताही बिसार दे,
आगे की सुध लेओ,
नव वर्ष का, स्वागत करो जनाब ।

    रचनाकार -रजनी कटारे
         जबलपुर म.प्र.

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1 Comments

Seema Priyadarshini sahay

29-Dec-2021 06:15 PM

बहुत बढ़िया मैम

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